,,,,,किसी को अपने बनाये हुए नए घर में जाकर बसने का सपना था तो किसी को अपने घर में 14 दिन पहले जन्मी अपनी बच्ची का दीदार करने की तीव्र इच्छा थी,,,,किसी को 6 दिन बाद दुल्हा बन कर पारिवारिक जीवन की शुरुआत करनी थी तो किसी को अपनी मां की लम्बी बीमारी का ईलाज करवाना था,,,लेकिन यह सब हो नहीं सका,,,,,
,,,,,रात के घने अंधेरे में दुश्मनों की कुटिल चाल को समझने में थोड़ा लेट हो गए,,,,
,,,,,
,,,,,,हाँ दोस्तों मैं उन्हीं 20 भारतीय जाबांजों की बात कर रहा हूँ जो हमारी रक्षा के लिए दुश्मनों से लोहा लेते लेते अलविदा कह गए,,,,
,,,,उनकी जब कहानी सुनी तो आँखे तो नम हो गयी लेकिन मस्तक गर्व से ऊंचा हो गया,,,,
,,,,,कितने वीर बहादुर कि जब पता चला कि दुश्मन के इरादे नेक नहीं है तो,,,,,भूखे शेर बन कर निहत्थे ही उन पर टूट पड़े,,,,,,,,,,
,,,,,,कँटीली छड़ों का प्रहार सहन करते हुए भी उनकी आँखों 1962 का खून उतर आया और 42 कुत्तों को भून कर हमेशा के लिए भारत माता की गोद में सो गए,,,,
,,,,,यह तिरँगा उनके अहसान कभी नहीं भूलेगा और अब यह बात पक्की है कि ,,,,,
,,,डुप्लीकेट आइटम बनाकर बेचने से धन कमाया जा सकता है लेकिन भारतीय फ़ौज का सामना नहीं किया जा सकता है,,,,,,,
कवि प्रदीप की इन पंक्तियों के उल्लेख आज जरूरी है,,,,,
"थी खून से लथपथ काया,,,फिर भी बंदूक उठा के,,,,
दस दस को एक ने मारा,,,,फिर गिर गए होश गवां के,,,,
,,,,,,जब अंत समय आया तो,,,,,कह गए कि अब मरते है,,,,
,,,,,,,,,,खुश रहना देश के प्यारों,,,,, खुश रहना देश के प्यारों,,,,, अब हम तो सफर करते है,,,,,,
,,,,,
,,,,,,,,,,,,अब हम तो सफर करते है ।।
A very big salute to indian army
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,,,,,रात के घने अंधेरे में दुश्मनों की कुटिल चाल को समझने में थोड़ा लेट हो गए,,,,
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,,,,,,हाँ दोस्तों मैं उन्हीं 20 भारतीय जाबांजों की बात कर रहा हूँ जो हमारी रक्षा के लिए दुश्मनों से लोहा लेते लेते अलविदा कह गए,,,,
,,,,उनकी जब कहानी सुनी तो आँखे तो नम हो गयी लेकिन मस्तक गर्व से ऊंचा हो गया,,,,
,,,,,कितने वीर बहादुर कि जब पता चला कि दुश्मन के इरादे नेक नहीं है तो,,,,,भूखे शेर बन कर निहत्थे ही उन पर टूट पड़े,,,,,,,,,,
,,,,,,कँटीली छड़ों का प्रहार सहन करते हुए भी उनकी आँखों 1962 का खून उतर आया और 42 कुत्तों को भून कर हमेशा के लिए भारत माता की गोद में सो गए,,,,
,,,,,यह तिरँगा उनके अहसान कभी नहीं भूलेगा और अब यह बात पक्की है कि ,,,,,
,,,डुप्लीकेट आइटम बनाकर बेचने से धन कमाया जा सकता है लेकिन भारतीय फ़ौज का सामना नहीं किया जा सकता है,,,,,,,
कवि प्रदीप की इन पंक्तियों के उल्लेख आज जरूरी है,,,,,
"थी खून से लथपथ काया,,,फिर भी बंदूक उठा के,,,,
दस दस को एक ने मारा,,,,फिर गिर गए होश गवां के,,,,
,,,,,,जब अंत समय आया तो,,,,,कह गए कि अब मरते है,,,,
,,,,,,,,,,खुश रहना देश के प्यारों,,,,, खुश रहना देश के प्यारों,,,,, अब हम तो सफर करते है,,,,,,
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,,,,,,,,,,,,अब हम तो सफर करते है ।।
A very big salute to indian army
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1 टिप्पणियाँ
salute army
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