जीना है तो हँस के जीओ,,,,जीवन में एक पल भी रोना ना,,,,,,,,,
मित्रों गुड इवनिंग,,,,,,,
एक हिंदी मूवी के इस गाने के बोल आज किसी चुनौती से कम नहीं लग रहे है,,अपने आप को विश्व पटल पर महाशक्ति कहलाने का दम्भ भरने वाले देशों के मुखिया इस कोरोना नामक राक्षस के आगे घुटने टेकते प्रतीत हो रहे है,,,चीन,,,,अमेरिका,,, इटली और अन्य देश अपने गीले शिकवे भूला कर इस महामारी से बचने के रास्ते तलाशने में जुटे है ऐसे में हिमालय रूपी घोंसले में छुपा हुआ हमारा भारतवर्ष इस विपदा से भयभीत होकर अपने घोंसले को मजबूत करने के लिए तिनके तलाश रहा है,,,,,,,,,ओ पालनहारे निर्गुण ओ न्यारे,,,तुमरे बिन हमरा कोनू नहीं,,,,,,,,,,,, लता जी का यह गाना आज सहसा गुनगुनाने का जी कर रहा है,,,,,,,,अब वो मुसीबत आन पड़ी है कि हम खुद को ईमानदारी की अग्नि परीक्षा में झोंकें और अपना शत प्रतिशत इस देश की भोली भाली जनता को दे,,,,,इन्हें नहीं पता सोशल डिस्टेंस क्या होता है,,,,इन्हें नहीं पता सेनेटाइजर का उपयोग कैसे होता है,,,इन्हें नहीं पता कि खुले आकाश की छांह को छोड़कर घर की चारदीवारी में बंद होकर कैसे जीआ जाता है,,,इन देवदूतों ने सिर्फ मेहनत की है,,,,सेवा की है,,,और अपनी मिलनसार संस्कृति में रंग भरकर मोती पिरोये है,,,,हमे इनको यह बताना होगा कि अब इस कृत्रिम दुनियां में हमें रिश्तों में बनावटी खलल डालकर जान बचाने के लिए उनमें दूरियां बनानी होगी,,,,,अजीब समय है मित्रों,,,,, माँ,,,, पिताजी,,,दादाजी को हम नौसिखियों द्वारा दुरी बनाकर बैठने के लिए गाइड करना,,,,,,,लेकिन अब यह हमें स्ट्रिक्टली करना होगा क्यों कि अब करो या मरो की स्थिति है,,,,,W.H.O.के द्वारा कभी 50 तो कभी 60 हजार लोगों के मरने का अंदेशा सुनते ही आत्मा काँप उठती है,,,दुनियां का सबसे बड़ा यह शांतिप्रिय और संवेदनशील देश ऐसी विपदा नहीं झेल पायेगा,,,यह हम सभी बखूबी जानते है तो फिर आओ आज से ही अपने अपनों को घर तक सीमित रहने का संकल्प दे,,,,रिश्तों का वास्ता दे,,,,अपने इष्ट का वास्ता दे,,,,और जो भी हमारे पुरखों ने हमें संकल्प सूत्र दिए है वो सारे अपनाएं लेकिन मित्रों हम अपनों को रोते नहीं देख पाएँगे यह हमारी संस्कृति है हमनें अपनों के लिए जख्मों को झेलना सीखा है ,,,,,,,उनको तड़फाना नहीं,,,,,,, आओ सम्पूर्ण भारत एक परिवार बनें,,,,,,,,,, सभी को सचेत करें,,,,, सभी का जीवन बचाएं ,,,,,,,वन्देमातरम ।।
मित्रों गुड इवनिंग,,,,,,,
एक हिंदी मूवी के इस गाने के बोल आज किसी चुनौती से कम नहीं लग रहे है,,अपने आप को विश्व पटल पर महाशक्ति कहलाने का दम्भ भरने वाले देशों के मुखिया इस कोरोना नामक राक्षस के आगे घुटने टेकते प्रतीत हो रहे है,,,चीन,,,,अमेरिका,,, इटली और अन्य देश अपने गीले शिकवे भूला कर इस महामारी से बचने के रास्ते तलाशने में जुटे है ऐसे में हिमालय रूपी घोंसले में छुपा हुआ हमारा भारतवर्ष इस विपदा से भयभीत होकर अपने घोंसले को मजबूत करने के लिए तिनके तलाश रहा है,,,,,,,,,ओ पालनहारे निर्गुण ओ न्यारे,,,तुमरे बिन हमरा कोनू नहीं,,,,,,,,,,,, लता जी का यह गाना आज सहसा गुनगुनाने का जी कर रहा है,,,,,,,,अब वो मुसीबत आन पड़ी है कि हम खुद को ईमानदारी की अग्नि परीक्षा में झोंकें और अपना शत प्रतिशत इस देश की भोली भाली जनता को दे,,,,,इन्हें नहीं पता सोशल डिस्टेंस क्या होता है,,,,इन्हें नहीं पता सेनेटाइजर का उपयोग कैसे होता है,,,इन्हें नहीं पता कि खुले आकाश की छांह को छोड़कर घर की चारदीवारी में बंद होकर कैसे जीआ जाता है,,,इन देवदूतों ने सिर्फ मेहनत की है,,,,सेवा की है,,,और अपनी मिलनसार संस्कृति में रंग भरकर मोती पिरोये है,,,,हमे इनको यह बताना होगा कि अब इस कृत्रिम दुनियां में हमें रिश्तों में बनावटी खलल डालकर जान बचाने के लिए उनमें दूरियां बनानी होगी,,,,,अजीब समय है मित्रों,,,,, माँ,,,, पिताजी,,,दादाजी को हम नौसिखियों द्वारा दुरी बनाकर बैठने के लिए गाइड करना,,,,,,,लेकिन अब यह हमें स्ट्रिक्टली करना होगा क्यों कि अब करो या मरो की स्थिति है,,,,,W.H.O.के द्वारा कभी 50 तो कभी 60 हजार लोगों के मरने का अंदेशा सुनते ही आत्मा काँप उठती है,,,दुनियां का सबसे बड़ा यह शांतिप्रिय और संवेदनशील देश ऐसी विपदा नहीं झेल पायेगा,,,यह हम सभी बखूबी जानते है तो फिर आओ आज से ही अपने अपनों को घर तक सीमित रहने का संकल्प दे,,,,रिश्तों का वास्ता दे,,,,अपने इष्ट का वास्ता दे,,,,और जो भी हमारे पुरखों ने हमें संकल्प सूत्र दिए है वो सारे अपनाएं लेकिन मित्रों हम अपनों को रोते नहीं देख पाएँगे यह हमारी संस्कृति है हमनें अपनों के लिए जख्मों को झेलना सीखा है ,,,,,,,उनको तड़फाना नहीं,,,,,,, आओ सम्पूर्ण भारत एक परिवार बनें,,,,,,,,,, सभी को सचेत करें,,,,, सभी का जीवन बचाएं ,,,,,,,वन्देमातरम ।।
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