स्वतंत्रता दिवस_आज स्कूल में पहली बार एक ऐसा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया जब बच्चे उपस्थित नहीं थे




स्वतंत्रता दिवस 15aug2020



स्वतंत्रता दिवस_आज स्कूल में पहली बार एक ऐसा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया जब बच्चे उपस्थित नहीं थे

केवल समझदार एवं जिम्मेदार स्टाफ बंधुओं एवं ग्रामवासियों की मौजूदगी में मनाया गया यह राष्ट्रीय पर्व आज बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर गया,,,,,,
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कहने में तो बहुत आसान है कि कोरोना के कारण बच्चों को स्कूल आने से रोक दिया गया ,,,,,और यह सही भी है,,, लेकिन स्कूल की रौनक शुन्य हो गई,,,, यह भी सही है,,,,,,
,,,,बुद्धिजीवी वक्ताओं के भाषण उनकी तालियों के बगैर बिल्कुल बेजान लगे,,,,
,,,,मिठाई के लिए धक्का मुक्की वाला मामला भी आज नदारद था,,,,
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अपने गाने के इंतजार में पूरे कार्यक्रम को बिना देखे कमरे में बंद रहने वाली दो लाल रिबन वाली बच्चियों की वो बेसब्री आज देखने को नहीं मिली,,,,,
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,,,,अपने पिताजी के मोबाइल में अलार्म भरने पहले am और pm का कन्फ्यूजन दूर करने वाले  फोन आते थे,,,,,वो भी कल नहीं आये,,,,,
,,,,सर कल स्कूल में यूनिफॉर्म पहन कर आना है या सीधे डांस वाली ड्रेस में आना है  ??,,,,,,,यह प्रश्न भी किसी ने नहीं पूछा,,,,
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सर कल पहली क्लास वालों को लड्डू एक ही मिलेगा,,,, यह पूछने वाले मासूम खिलाड़ी भी आज नहीं थे,,,,,
,,,,और पूरे कार्यक्रम में सभी स्टाफ बंधुओं को पसीने से तर बतर कर देने वाले कुछ छोटे छोटे नटखट स्टूडेंट्स भी आज बहुत याद आ रहे है,,,,,,
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मित्रों आज यह पता चला कि केवल जिम्मेदार और समझदार,,, उम्रदराज लोगों से इस जीवन को पुरा करना बहुत मुश्किल है,,,,,
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हमारे जीवन में बच्चों का बहुत बड़ा किरदार है,,,हम तो केवल अनुशासन और जिम्मेदारी का पाठ ही पढ़ाते है लेकिन ,,,,,,,प्राकृतिक मुस्कान,,,,,
पवित्र भावनाएं एवं विचार,,,,,
खेलकूद में मस्त जीवन,,,,,यह सब इन लिटिल मास्टरों के पास है
,,,,,,आज सहसा बच्चों का ही एक गाना याद आ रहा है,,,
,,,,,,,,नन्हा मुन्ना राही हूँ,,, देश का सिपाही हूँ,,,,
,,,,,,बोलो मेरे संग जय हिंद,,,,जय हिंद,,,,,

,,,,सभी मित्रों को इस राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं

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